नई दिल्ली/पेरिस:
भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करते हुए दोनों देशों ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस डील के तहत भारत को अत्याधुनिक रक्षा उपकरण, तकनीकी सहयोग और संयुक्त उत्पादन के नए अवसर प्राप्त होंगे।
भारत के रक्षा मंत्री और फ्रांस के रक्षा मंत्री के बीच पेरिस में हुई इस बैठक के बाद, दोनों देशों ने साझा बयान जारी करते हुए कहा कि यह डील वैश्विक सुरक्षा और शांति के लिए भी एक मजबूत संदेश है।
डील की मुख्य बातें:
- राफेल विमानों का अतिरिक्त ऑर्डर: भारत ने 26 नौसैनिक राफेल विमानों का ऑर्डर दिया है, जो भारतीय नौसेना की ताकत को कई गुना बढ़ाएंगे।
- साझा उत्पादन: भारत में मेक इन इंडिया अभियान के तहत फ्रांस के साथ मिलकर नए सैन्य उपकरणों का उत्पादन किया जाएगा।
- तकनीकी सहयोग: रक्षा तकनीक के क्षेत्र में भारत को फ्रांस से अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता मिलेगी।
- साइबर सुरक्षा सहयोग: दोनों देशों ने साइबर रक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए क्षेत्रों में भी संयुक्त सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है।
विशेषज्ञों की राय:
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत-फ्रांस की यह डील न केवल भारत की सैन्य क्षमताओं को बढ़ाएगी बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की रणनीतिक स्थिति को भी और मजबूत करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा:
“यह डील भारत और फ्रांस की मजबूत दोस्ती का प्रतीक है। इससे दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग का नया अध्याय शुरू होगा।”
निष्कर्ष:
भारत और फ्रांस के बीच यह नई रक्षा डील आने वाले वर्षों में दोनों देशों को सामरिक, तकनीकी और आर्थिक मोर्चे पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी। यह समझौता भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति के लक्ष्य को भी मजबूती देगा।