भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित बिहार एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से समृद्ध राज्य है। यह राज्य न केवल प्राचीन भारतीय सभ्यता का पालना रहा है, बल्कि शिक्षा, धर्म और राजनीति के क्षेत्र में भी इसका गौरवशाली योगदान रहा है। “बिहार” नाम संस्कृत शब्द “विहार” से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है – मठ या आश्रम। यह नाम यहां प्राचीन बौद्ध विहारों की उपस्थिति के कारण पड़ा।
भौगोलिक स्थिति:
बिहार की सीमाएँ उत्तर में नेपाल, दक्षिण में झारखंड, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और पूर्व में पश्चिम बंगाल से मिलती हैं। गंगा नदी बिहार की जीवनरेखा है, जो राज्य को दो भागों में विभाजित करती है – उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार।
प्रमुख जिले:
बिहार में कुल 38 जिले हैं। इनमें से कुछ प्रमुख जिले हैं – पटना (राजधानी), गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया, वैशाली, आरा (भोजपुर), सिवान, और बेगूसराय।
इतिहास:
बिहार का इतिहास अत्यंत समृद्ध और गौरवशाली है। यह महावीर और गौतम बुद्ध की कर्मभूमि रहा है। नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों ने इसे शिक्षा का विश्वगुरु बनाया। मौर्य और गुप्त वंशों की राजधानी पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) थी। चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक जैसे महान शासक यहीं से शासन करते थे।
संस्कृति और परंपराएं:
बिहार की संस्कृति विविधता से भरपूर है। यहां की प्रमुख भाषाएं हैं – हिंदी, भोजपुरी, मैथिली, मगही, अंगिका और वज्जिका। छठ पूजा बिहार की सबसे प्रसिद्ध और विशिष्ट पर्व है, जिसमें लोग सूर्य भगवान की आराधना करते हैं। इसके अलावा होली, दीवाली, दुर्गा पूजा और ईद भी बड़े धूमधाम से मनाई जाती हैं।
आर्थिक स्थिति:
बिहार की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है। धान, गेहूं, मक्का, गन्ना, और दलहन यहाँ के प्रमुख कृषि उत्पाद हैं। हाल के वर्षों में राज्य ने उद्योग, सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी प्रगति की है।
शिक्षा:
बिहार में शिक्षा का प्राचीन इतिहास रहा है। नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय विश्व के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से हैं। वर्तमान समय में पटना यूनिवर्सिटी, नालंदा यूनिवर्सिटी (फिर से स्थापित), IIT पटना और NIT पटना जैसी संस्थान यहां स्थित हैं।
पर्यटन स्थल:
बिहार में कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं:
- बोधगया – गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति यहीं हुई थी।
- राजगीर – ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण।
- नालंदा – प्राचीन विश्वविद्यालय और बौद्ध धर्म का केंद्र।
- वैशाली – भगवान महावीर और बुद्ध दोनों से जुड़ा स्थान।
- पटना साहिब – सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी का जन्मस्थल।
राजनीतिक स्थिति:
बिहार का भारतीय राजनीति में विशेष स्थान रहा है। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद – स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति, यहीं से थे। जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति भी बिहार की धरती से शुरू हुई थी। वर्तमान में भी बिहार की राजनीति राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी है।
निष्कर्ष:
बिहार एक ऐसा राज्य है, जिसकी भूमि ने भारत को अनेक महान विभूतियाँ दी हैं। यहाँ की संस्कृति, परंपरा, इतिहास और लोगों की संघर्षशीलता इसे विशिष्ट बनाती है। आज भले ही यह विकास की राह पर संघर्ष कर रहा हो, पर इसकी संभावनाएँ और प्रतिभा असीम हैं। HindiHeadline.in